फिलहाल, अब इस मामले पर मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से सफाई भी सामने आ गई है। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस लेटर को फर्जी करार कर दिया है। साथ ही, ये भी स्पष्ट कर दिया है कि, मध्य प्रदेश में 10वीं और 12वीं कक्षा की संपन्न परीक्षा परिणाम 23 मई को ही जारी किये जाएंगे।
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1 मार्च से 1 अप्रैल तक चली थीं 10वीं-12वीं की परीक्षाएं
आपको बता दें कि, मध्य प्रदेश में गुजरे 1 मार्च से बोर्ड परीक्षा की शुरुआत हुई थी। इनमें 10वीं बोर्ड परीक्षाएं 1 मार्च से शुरु होकर 27 मार्च को संपन्न हुई थीं, जबकि 12वीं कक्षा की परीक्षाएं 2 मार्च से शुरु होकर 1 अप्रैल को संपन्न हुई थीं। इन परिक्षाओं में 10वीं-12वीं के कुल 18 लाख 22 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए थे। 10वीं की बोर्ड परीक्षा में 9 लाख 65 हजार परीक्षार्थी शामिल थे, जबकि 12वीं की परीक्षा में 8 लाख 57 हजार परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी। बोर्ड परीक्षाओं के लिए प्रदेश में तीन हजार 852 परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे। इसमें से 3099 सरकारी और 753 निजी स्कूलों में थे।
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23 मई को ही आएंगे 10वीं-12वीं परीक्षा के रिजल्ट
वहीं, दूसरी तरफ फर्जी लेटर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मध्य प्रदेश के 18 लाख परीक्षार्थियों के बीच संशय के हालात बन गए थे, जिसे इजुकेशन विभाग की ओर से पूर्ण रूप से फर्जी बता दिया है। बता दें सोशल मीडिया पर वायरल इस लेटर में 15 मई को 10वीं और 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित होने की बात लिखी हुई थी। साथ ही इस लेटर में बताया गया था कि, दोपहर 1 बजे 10वीं-12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित होंगे। लेकिन, अब इस लेटर को माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से ही फर्जी करार दे दिया गया है।